श्री के संजय मूर्ति

भारत के नियंत्रक महालेखा परीक्षक

 

श्री के. संजय मूर्ति को 21 नवंबर 2024 को भारत की माननीय राष्ट्रपति द्वारा भारत के नियंत्रक एवं महालेखापरीक्षक के रूप में शपथ दिलाई गई एवं इसी दिन उन्होंने पद का कार्यभार ग्रहण किया|

भारत के नियंत्रक एवं महालेखापरीक्षक के पद पर नियुक्ति से पूर्व, 1989 बैच के आईएएस अधिकारी श्री के. संजय मूर्ति ने उच्चतर शिक्षा विभाग, शिक्षा मंत्रालय में सचिव के रूप में अपनी सेवाएं प्रदान की, जहां पर वे 1 अक्टूबर, 2021 से 20 नवंबर, 2024 तक कार्यरत थे। इस भूमिका में, उन्होंने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के कार्यान्वयन में निर्णायक भूमिका निभाई|

इससे पहले, वे वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अधीन राष्ट्रीय औद्योगिक गलियारा विकास निगम लिमिटेड में मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं प्रबंध निदेशक के पद पर रहे। वे आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय तथा सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय में अपर सचिव तथा संयुक्त सचिव जैसे वरिष्ठ पदों पर भी रहे, जहां उन्होने शहरी परिवहन एवं प्रसारण विनियमन तथा लाइसेंसिंग के विकास का प्रबंधन किया । राज्य सरकार में उन्होंने शिक्षा, तकनीकी शिक्षा, विद्युत तथा परिवहन क्षेत्रों में सचिव के रूप में कार्य किया। अपनी सेवा के दौरान, वे नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ स्मार्ट गवर्नमेंट (एनआईएसजी) में भी कार्यरत रहे जहां उन्होंने ई-गवर्नेंस को अपनाने में राज्य और केंद्र सरकार के मंत्रालयों/विभागों की सहायता की।

श्री मूर्ति को पढ़ना, संगीत सुनना, फोटोग्राफी के माध्यम से यादगार क्षणों को संरक्षित करना तथा प्रकृति के साथ समय व्यतीत करना पसंद है।