प्रशासन
हमारा कार्यालय वर्ष 1985 से राजभाषा अधिनियम, 1976 के नियम 10 (4) के अंतर्गत अधिसूचित कार्यालय है । राजभाषा कार्यान्वयन समितियों का गठन मुख्य कार्यालय में प्रधान महालेखाकार ( लेखापरीक्षा I) एवं शाखा कार्यालय, तृशूर में उप महालेखाकार (ए एम जी I) की अध्यक्षता में किया है । प्रत्येक तिमाही में अयोजित होने वाली राजभाषा कार्यान्वयन समिति की बैठकों में राजभाषा अधिनियम, 1963 एवं राजभाषा नियम 1976 के प्रावधानों के अनुसार राजभाषा विभाग द्वारा केन्द्र सरकारी कार्यालयों में शासकीय प्रयोजनों हेतु हिन्दी के प्रगामी प्रयोग के लिए जारी किए गए वार्षिक कार्यक्रम में निर्धारित लक्ष्यों की प्राप्ति एवं उसकी प्रगति की समीक्षा की जाती है तथा इसका सख्त अनुपालन सुनिश्चित किया जाता है । निर्धारित लक्ष्यों के अनुसार हिन्दी पुस्तकों की खरीद भी की जा रही है ।
राजभाषा में कर्मचारियों के ज्ञान को बढ़ाने के लिए हिंदी कार्यशालाएँ और उच्च अधिकारियों के लिए राजभाषा जागरूकता कार्यक्रम नियमित अंतराल पर आयोजित किए जाते हैं । इसके अलावा, इन अधिकारियों/कर्मचारियों को केंद्रीय हिंदी प्रशिक्षण संस्थान / हिंदी शिक्षण योजना, राजभाषा विभाग, गृह मंत्रालय द्वारा आयोजित सभी प्रशिक्षण कार्यक्रमों के लिए नियमित रूप से नामित किया जाता है ।
हिन्दी दिवस को विशेष महत्व देते हुए महालेखाकारों के कार्यालय संयुक्त रुप से प्रति वर्ष हिन्दी पखवाड़ा मनाया जाता है । संघ की प्रोत्साहन योजना के अलावा, हिन्दी में काम करने वाले अधिकारियों / कर्मचारियों के लिए एक इन-हाउस प्रोत्साहन योजना और हिन्दी में अधिक काम करने वाले अनुभाग को रोलिंग ट्रॉफी भी इस कार्यालय में प्रदान की जाती है ।
यह कार्यालय तिरुवनंतपुरम नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति ( कार्यालय-2) का एक सक्रिय सदस्य है और विभागाध्यक्ष / कार्यालय प्रमुख इसकी बैठक में भाग लेते हैं ।
- वार्षिक कार्यक्रम 2024-25
- वार्षिक कार्यक्रम 2023-24
- वार्षिक कार्यक्रम 2022-23
- वार्षिक कार्यक्रम 2021-22
- वार्षिक कार्यक्रम 2020-21
- वार्षिक कार्यक्रम 2019-20
हिन्दी पत्रिका
इस कार्यालय द्वारा दो हिन्दी गृह पत्रिकाओं का प्रकाशन किया जा रहा है, मुख्य कार्यालय से अर्ध वार्षिक पत्रिका ‘सविता’ और शाखा कार्यालय तृशूर से वार्षिक पत्रिका ‘तुलिका’