यह कार्य मुख्य रूप से आयकर विभाग द्वारा पूर्ण किए गए मूल्यांकन की लेखापरीक्षा पर केंद्रित है। मौजूदा कर-कानून के समरूप नियमितता हेतु प्रत्येक मूल्यांकन की जाँच की जाती है। इस प्रकार के नियमितता लेखापरीक्षा के अतिरिक्त, यह स्कंध मामले आधारित निष्पादन लेखापरीक्षा भी जारी करता है। गैर-मूल्यांकन कार्यों की भी लेखापरीक्षा की जा रही है।

 

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