कार्यालय
श्री राजीव कुमार पाण्डेय
महानिदेशक लेखापरीक्षा (केंद्रीय व्यय)
श्री राजीव कुमार पाण्डेय (आईए एण्ड एएस) ने 1 जुलाई 2022 से महानिदेशक लेखापरीक्षा (गृह, शिक्षा एवं कौशल विकास) के रूप में कार्यालय में पदभारग्रहण किया। उनके पास 28 वर्षों से अधिक के अपने करियर के दौरान लोक लेखापरीक्षा, लोक व्यय प्रबंधन, वित्त एवं बजटीकरण, अवसंरचनात्मक परियोजनाओं के मूल्यांकन तथा बड़े कार्यबल को संभालने वाले प्रशासनिक मामलों आदि का व्यापक एवं विविध अनुभव है।
इससे पूर्व वह महानिदेशक लेखापरीक्षा (उत्तर रेलवे) रह चुके हैं। उन्होंने पहले मध्य प्रदेश राज्य में महालेखाकार (लेखापरीक्षा) एवं महालेखाकार (लेखा एवं हकदारी) दोनों के रूप में कार्य किया।
उन्होंने 2015-17 के दौरान भारतीय दूतावास, वाशिंगटन डीसी में प्रधान निदेशक लेखापरीक्षा के रूप में भारतीय लेखापरीक्षा कार्यालय का नेतृत्व किया। इससे पहले उन्होंने प्रधान निदेशक लेखापरीक्षा (भारतीय वायु सेना) के रूप में कार्य किया।
महानिदेशक लेखापरीक्षा महोदय शहरी विकास मंत्रालय (दिल्ली राज्य) के अधीन दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) में प्रतिनियुक्ति पर रहे तथा जून 2006 से जुलाई 2011 तक डीडीए में मुख्य लेखाधिकारी के रूप में तैनात रहे । संयुक्त राष्ट्र लेखापरीक्षा कार्य के दौरान, 2013 में डब्ल्यूएफपी मुख्याल्य, रोम में विश्व खाद्य कार्यक्रम (डब्ल्यूएफपी) द्वारा प्रापण पर निष्पादन लेखापरीक्षा, उसके बाद 2014 में तंजानिया में डब्ल्यूएफपी की अनुपालन लेखापरीक्षा का नेतृत्व किया। नवम्बर 2011 एवं फरवरी 2012 के दौरान भी उन्होंने अन्तर्राष्ट्रीय प्रवास संगठन के मुख्यालय जेनेवा एवं क्षेत्रीय कार्यालय, मनीला तथा फिलीपींस में लेखापरीक्षा का नेतृत्व किया।
महानिदेशक लेखापरीक्षा महोदय पटना विश्वविद्यालय से अंग्रेजी साहित्य में स्नातकोत्तर हैं और उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रबंधन अध्ययन संकाय(FMS) से व्यवसाय प्रबंधन में स्नातकोत्तर डिग्री प्राप्त की है। वह दिल्ली विश्वविद्यालय से विधि स्नातक और भारतीय लोक प्रशासन संस्थान, नई दिल्ली के आजीवन सदस्य भी हैं। 2022 में उन्होंने भारतीय रेलवे की राष्ट्रीय अकादमी, वडोदरा में पीएम गतिशक्ति परियोजना पर एक कार्यशाला में भी भाग लिया।
महोदय अक्टूबर 2004 में एशियन ऑर्गनाइजेशन ऑफ सुप्रीम ऑडिट इंस्टीट्यूशंस (एएसएसओएसएआई) के तत्वाधान में कैनबरा में ऑस्ट्रेलियन नेशनल ऑडिट ऑफिस (सर्वोच्च लेखापरीक्षा संस्थान) में आयोजित सार्वजनिक ऋण की लेखापरीक्षा पर कार्यशाला, 2006 में सिंगापुर विश्वविद्यालय में एमडीपी एवं राष्ट्रीय लेखापरीक्षा कार्यालय लंदन, यूनाइटेड किंगडम में वित्तीय सत्यापन लेखापरीक्षा पर क्षमता निर्माण और आधुनिकीकरण कार्यक्रम सहित विभिन्न अन्तर्राष्ट्रीय प्रशिक्षण कार्यक्रमों में भी भाग लिया।
उन्होंने दिसम्बर 2015 में वाशिंगटन डीसी (यूएसए) में सरकारी वित्तीय प्रबंधन पर अन्तर्राष्ट्रीय संघ के शीतकालीन प्रशिक्षण सम्मेलन में भारत की सर्वोच्च लेखापरीक्षा संस्था का प्रतिनिधित्व भी किया तथा भारत के नियंत्रक एवं महालेखापरीक्षक की ओर से आईसीजीएफएम से मान्यता प्रमाण-पत्र प्राप्त किया।