दृष्टि

भारत के सर्वोच्च लेखापरीक्षा संस्थान (एस.ए.आई.) का दृष्टिकोण यह दर्शाता है कि हम क्या बनना चाहते हैं: हम दुनिया में अग्रणी होने का प्रयास करेगें तथा लोक क्षेत्र की लेखापरीक्षण तथा लेखांकन में राष्ट्रीय तथा अन्तराष्ट्रीय स्तर की उत्तम प्रणाली के प्रारंभ-कर्ता बनने का प्रयास करेगें तथा लोक वित्त एवं शासन पर स्वतंत्र, भरोसेमंद, संतुलित तथा सामयिक रिपोर्ट बनाने हेतु पहचाने जाएंगे।

लक्ष्य

हमारा लक्ष्य हमारी वर्तमान भूमिका को दर्शाता है तथा वर्णन करता है कि हम आज क्या कर रहे हैं: भारत के संविधान के अधिदेश से, हम उच्च कोटि के लेखापरीक्षण तथा लेखांकन के माध्यम से जवाबदेही, पारदर्शिता तथा उत्तम शासन को बढ़ावा देते हैं तथा हमारे हितधारकों, विधान मण्डंल, कार्यपालिका तथा जन सामान्य को हम स्वतंत्र आश्वासन देते हैं कि जन-निधि प्रभावी रूप से तथा प्रयोजित उद्देशयों हेतु खर्च की जा रही है।

कोर मूल्य

हमारे कोर मूल्य ही हमारे कार्यों के मार्गदर्शक स्तंभ हैं तथा हमारे निष्पादन, स्वतंत्रता,
वस्तुनिष्ठता, सत्यनिष्ठा, विश्वसनीयता, व्यावसायिक उत्कृष्टता, पारदर्शिता, सकारात्मक दृष्टिकोण के आंकलन हेतु मानदंड प्रदान करते हैं।

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