लेखापरीक्षा रिपोर्ट

Jharkhand
प्रतिवेदन संख्या 3 वर्ष 2025 : भारत के नियंत्रक-महालेखापरीक्षक का 31 मार्च 2023 को समाप्त हुए वर्ष के लिए निष्पादन एवं अनुपालन लेखापरीक्षा - सिविल प्रतिवेदन
अवलोकन
इस प्रतिवेदन में सामान्य, सामाजिक और आर्थिक क्षेत्रों के अंतर्गत आने वाले कुछ राज्य सरकार के विभागों के निष्पादन और अनुपालन लेखापरीक्षा के दौरान संज्ञान मे
आए मामलों को शामिल किया गया है। लेखापरीक्षा प्रतिवेदन का प्राथमिक उद्देश्य लेखापरीक्षा के महत्वपूर्ण परिणामों को विधानमंडल के संज्ञान में लाना है। लेखापरीक्षा
के निष्कर्षों से उम्मीद है कि कार्यकरी को सुधारात्मक कार्रवाई करने में मदद मिलेगी, साथ ही ऐसी नीतियां और निर्देशों को तैयार करने में मदद मिलेगी जिससे संगठनों के वित्तीय प्रबंधन में सुधार होगा और बेहतर प्रशासन में योगदान मिलेगा। यह प्रतिवेदन तीन अध्यायों में निम्नानुसार तैयार की गई है:
अध्याय 1 में पिछले पांच वर्षों के दौरान व्यय के संक्षिप्त विहंगावलोकन के साथ लेखापरीक्षित विभागों की रूपरेखा, लेखापरीक्षा के लिए प्राधिकार और क्षेत्राधिकार,
लेखापरीक्षा की योजना और संचालन, महत्वपूर्ण लेखापरीक्षा अवलोकनों और विभिन्न लेखापरीक्षा परिणामों पर सरकार की प्रतिक्रिया जैसे निरीक्षण प्रतिवेदन, पृथक
लेखापरीक्षा कंडिकाएं, निष्पादन लेखापरीक्षा (नि.ले.), लेखापरीक्षा प्रतिवेदन पर अनुवर्ती कार्रवाई, आदि शामिल है।
अध्याय 2 में झारखण्ड में राष्ट्रीय उद्यानों और वन्यजीव अभ्यारण्यों के संरक्षण पर निष्पादन लेखापरीक्षा से संबंधित अवलोकन शामिल हैं।
अध्याय 3 में राज्य सरकार के पांच विभागों1 से संबंधित छः अनुपालन लेखापरीक्षा कंडिकाएं शामिल हैं।
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प्रतिवेदन संख्या 3 वर्ष 2025 : भारत के नियंत्रक-महालेखापरीक्षक का 31 मार्च 2023 को समाप्त हुए वर्ष के लिए निष्पादन एवं अनुपालन लेखापरीक्षा - सिविल प्रतिवेदन
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