उत्तर प्रदेश
भारत के नियंत्रक-महालेखापरिक्षक का अनुपालन लेखापरीक्षा प्रतिवेदन II 31 मार्च 2021 को समाप्त हुए वर्ष के लिए उत्तर प्रदेश सरकार वर्ष 2022 का प्रतिवेदन संख्या-05
दिनांक जिस पर रिपोर्ट की गई है:
Wed 22 Feb, 2023
शासन को रिपोर्ट भेजने की तिथि:
क्षेत्र
उद्योग एवं वाणिज्य,कला, संस्कृति एवं खेल,सोशल इन्फ्रास्ट्रक्चर,सूचना एवं संचार,बिजली एवं ऊर्जा
अवलोकन
31 मार्च 2021 को समाप्त हुए वर्ष के लिए यह प्रतिवेदन भारतीय संविधान के अनुच्छेद 151 के अन्तर्गत उत्तर प्रदेश राज्य विधान मण्डल के पटल पर रखे जाने हेतु तैयार किया गया है।
प्रतिवेदन में महत्वपूर्ण लेखापरीक्षा प्रेक्षणों एवं तीन अध्यायों का विहंगावलोकन सम्मिलित है।
प्रतिवेदन के अध्याय I लेखापरीक्षित संस्थाओं के बारे में सामान्य जानकारी, लेखापरीक्षा का कार्यक्षेत्र, लेखापरीक्षा के प्रति शासन की प्रतिक्रिया, निरीक्षण प्रतिवेदनों के बकायों की स्थिति, पूर्व लेखापरीक्षा प्रतिवेदनों पर की गयी कार्यवाही, संस्थाओं के लेखों की लेखापरीक्षा की स्थिति, राज्य विधान मण्डल में संस्थाओं के वार्षिक प्रतिवेदन/लेखों के साथ पृथक लेखापरीक्षा प्रतिवेदनों की प्रस्तुतिकरण की स्थिति एवं लेखापरीक्षा के दृष्टान्तों पर वसूलियाँ का वर्णन करता है।
प्रतिवेदन के अध्याय II में ‘उत्तर प्रदेश सरकार के अकार्यरत सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों’ एवं ‘उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड के ताप विद्युत संयंत्रों के मरम्मत एवं अनुरक्षण’ की लेखापरीक्षा तथा सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों से सम्बन्धित चार लेखापरीक्षा प्रस्तर सम्मिलित है।
प्रतिवेदन के अध्याय III में उत्तर प्रदेश सरकार के विभागों एवं संस्थाओं (सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के अतिरिक्त) से सम्बन्धित दस लेखापरीक्षा प्रस्तर सम्मिलित है।
प्रतिवेदन में सम्मिलित लेखापरीक्षा परिणामों का कुल वित्तीय प्रभाव ₹ 552.45 करोड़ है।
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