सुश्री जया भगत (I A A S-1995) ने फरवरी 2019 में प्रधान निदेशक के रूप में क्षेत्रीय प्रशिक्षण संस्थान, जम्मू का कार्यभार संभाला और फरवरी 2020 में महानिदेशक के पद पर पदोन्नत हुईं।

सुश्री भगत के पास वाणिज्यिक, सिविल / सामान्य और सामाजिक क्षेत्र, वैज्ञानिक प्रतिष्ठानों और पर्यावरण क्षेत्रों में आंतरिक ऑडिट, परफॉरमेंस और आउटकमऑडिट, आईटी ऑडिट और अनुपालन और प्रमाणन ऑडिट का कार्य अनुभव है। सार्वजनिक वित्तीय प्रबंधन, अखंडता और भ्रष्टाचार-विरोधी, नेतृत्व और संगठनात्मक व्यवहार, लेखा, प्रशासन और प्रबंधन के क्षेत्र में भी उनका अनुभव है। भारतीय लेखा परीक्षा और लेखा विभाग के अलावा, उन्होंने 2010 से 2012 तक भारत सरकार के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के साथ प्रतिनियुक्ति पर रहते हुए राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन (एन आर एच एम) के वित्त निदेशक के रूप में कार्यभार संभाला।

सुश्री भगत ने विभिन्न बहुपक्षीय संस्थानों (संयुक्त राष्ट्र, विश्व बैंक समूह और न्यू डेवलपमेंट बैंक) के साथ काम किया है। वह विश्व बैंक में आंतरिक लेखा परीक्षा उपाध्यक्ष में प्रबंधक के रूप में और न्यू डेवलपमेंट बैंक में प्रमुख, प्रशासन के रूप में कार्य किया।

विश्व बैंक समूह के साथ, वह 28 देशों में फैले वैश्विक ज्ञान कार्यक्रम के लिए टीम लीडर थीं। उन्होंने शासन, पर्यावरण और प्राकृतिक संसाधन, परिवहन और आईसीटी, स्वास्थ्य, शिक्षा, नौकरियां और जल वैश्विक प्रथाओं पर काम किया और वैश्विक ज्ञान के साथ ए आई , व्यवहार अर्थशास्त्र, ब्लॉकचेन, डिजिटल आईडी फॉर डेवलपमेंट, शहरीकरण और स्मार्ट सिटी फ्रेमवर्क, सर्विस डिलीवरी पर काम किया। 

सुश्री भगत की शैक्षणिक पृष्ठभूमि में मास्टर इन बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (आईआईएम-कलकत्ता) और मास्टर इन पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन (हार्वर्ड) स्नातकोत्तर उपाधि शामिल हैं। वह लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स एंड पॉलिटिकल साइंस, यूनाइटेड किंगडम में शेवनिंग स्कॉलर (2003) और गवर्नमेंट अक्काउंटिबिलिटी ऑफिस, संयुक्त राज्य अमरीका में एक अंतर्राष्ट्रीय ऑडिटर फेलो (2005) रह चुकी हैं। शैक्षणिक उपलब्धि, नेतृत्व और हार्वर्ड समुदाय में उनके  योगदान के लिए उन्हें हार्वर्ड केनेडी स्कूल लुसियस एन लिटाउयर पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।