यह प्रतिवेदन वर्ष 2020-21 के दौरान राज्य के वित्तीय निष्पादन का आकलन करने एवं राज्य विधायिका को वित्तीय आकड़ों पर आधारित लेखापरीक्षा विश्लेषण के आगत को उपलब्ध कराने का प्रयोजन रखता है। प्रतिवेदन चार अध्यायों में संरचित है।
अध्याय- I
यह अध्याय वित्त लेखों की लेखापरीक्षा और बिहार सरकार की राजकोषीय स्थिति (31 मार्च 2021) के आकलन के आधार पर प्रमुख राजकोषीय संग्रहों में परिवर्तन का विश्लेषण करता है।
अध्याय- II
यह अध्याय सरकार के घाटे के प्रबंधन, राजस्व और पूंजीगत व्यय में रुझान, आकस्मिक मुद्दों, प्रतिबद्ध और अनिवार्य व्यय, सब्सिडी, ऋण, निवेश और उधार पैटर्न में गहन जानकारी प्रदान करता है। यह वर्ष 2020-21 के लिए बिहार सरकार के वित्त का लेखापरीक्षा परिदृश्य प्रस्तुत करता है।
अध्याय- III
यह अध्याय बजटीय नियंत्रण एवं व्यय पर नियत्रंण और इसके लेखांकन की जाँच करता है। यह विनियोग लेखे की लेखापरीक्षा पर आधारित है और विनियोगों का अनुदानवार विवरण देता है तथा सेवा प्रदायी विभागों द्वारा आवंटित संसाधनों के प्रबंधन के ढंग का वर्णन करता है।
अध्याय- IV
यह अध्याय चालू वर्ष के दौरान लेखाओ की गुणवत्ता और निर्धारित वित्तीय नियमों, प्रक्रियाओं, निर्देशों का वित्तीय प्रतिवेदन संव्यवहार में राज्य सरकार के लेखाओं की गुणवत्ता और अनुपालन का एक विहंगावलोकन प्रदान करता है।
अध्याय- V
यह अध्याय राज्य सार्वजनिक क्षेत्र उद्धमो के वित्तीय प्रदर्शन का सारांश और राज्या सार्वजनिक क्षेत्र के उद्धमो के लेखाओ पर नियंत्रक एवं महालेखापरीक्षक की निगरानी भूमिका पर एक विहंगावलोकन प्रदान करता है।